Bharatagraja Ashtakam Lyrics in Hindi | भरताग्रजाष्टकम्
भरताग्रजाष्टकम् Lyrics in Hindi: श्रीभरताग्रजाष्टकम् हे जानकीश वरसायकचापधारिन् हे विश्वनाथ रघुनायक देव-देव। हे राजराज जनपालक धर्मपाल त्रयस्व नाथ भरताग्रज दीनबन्धो॥१॥ हे सर्ववित् सकलशक्तिनिधे दयाब्धे हे सर्वजित् परशुरामनुत प्रवीर। हे पूर्णचन्द्रविमलाननं वारिजाक्ष त्रयस्व नाथ भरताग्रज दीनबन्धो॥२॥ हे राम बद्धवरुणालय हे खरारे हे रावणान्तक विभीषणकल्पवृक्ष। हे पह्नजेन्द्र शिववन्दितपादपह्न त्रयस्व नाथ भरताग्रज दीनबन्धो॥३॥ हे दोषशून्य सुगुणार्णवदिव्यदेहिन् हेसर्वकृत् सकलहृच्चिदचिद्विशिष्ट। […]