Sri Vasavi Kanyaka Parameshvari Prarthana in Hindi:
श्रीवासवीकन्यकापरमेश्वरी अम्मवारी प्रार्थना
कन्यकाम्बा कन्यकाम्बा कन्यकाम्बा पाहि माम् ।
वासवी श्रीकन्यकापरमेश्वरी जय रक्ष माम् ॥ १ ॥
कमल?हानै? कमलवदने करुणहृदये पाहि माम् ।
कनकवर्णे कन्यारूपिणि कनकवासने रक्ष माम् ॥ २ ॥
पापनाशिनि परमपावनि भयविनाशिनि पाहि माम् ।
दुष्टशिक्षिणि शिष्टरक्षिणि भक्तपालनि पाहि माम् ॥ ३ ॥
भद्ररूपिणि भद्रदायिनि भक्तपालनि पाहि माम् ।
भक्तिरञ्जनि शक्तिरूपिणि मुक्तिदायिनि रक्ष माम् ॥ ४ ॥
कुसुमपुत्रि असमगात्रि कमलनेत्रि पाहि माम् ।
विष्णुवर्धनिवंशमर्दनि विमलचरिते रक्ष माम् ॥ ५ ॥
वैश्यतोषिणि विश्वपोषिणि विश्वरूपिणि पाहि माम् ।
विश्वमोहिनि विश्वपावनि विश्वरक्षणि रक्ष माम् ॥ ६ ॥
भक्तितो पठि?यिञ्चुवारल? परमपावनि पाहि माम् ।
इहपरा?दुल? ?कोर्कालिच्चादु? ईश्वरी जय रक्ष माम् ॥ ७ ॥
वर?मुलासगादा? भक्त?जनुलकु? वरदरूपिणि पाहि माम् ।
?वासिग? पानुगाण्डपट्टणक्षेत्रवासिनि रक्ष माम् ॥ ८ ॥
इति श्रीवासवीकन्यकापरमेश्वरी अम्मवारी प्रार्थना।