Devi Khadgamala Archana in Sanskrit:
॥ श्री देवी खड्गमालार्चनम् ॥
1 | ॐ ऐं ह्रीं श्रीं ॐ नमस्त्रिपुरसुन्दर्यै नमः पादुकां पूजयामि। |
2 | ॐ ऐं ह्रीं श्रीं हृदयदेव्यै नमः पादुकां पूजयामि। |
3 | शिरोदेव्यै |
4 | शिखादेव्यै |
5 | कवचदेव्यै |
6 | नेत्रदेव्यै |
7 | अस्त्रदेव्यै |
8 | कामेश्वर्यै |
9 | भगमालिन्यै |
10 | नित्यक्लिन्नायै |
11 | भेरुण्डायै |
12 | वह्निवासिन्यै |
13 | महावज्रेश्वर्यै |
14 | शिवादूत्यै |
15 | कुलसुन्दर्यै |
16 | त्वरितायै |
17 | नित्यायै |
18 | नीलपताकायै |
19 | विजयायै |
20 | सर्वमङगलायै |
21 | ज्वालामालिन्यै |
22 | चित्रायै |
23 | महानित्यायै |
24 | परमेश्वर-परमेश्वर्यै- |
25 | मित्रीशमय्यै |
26 | षष्ठीशमय्यै |
27 | उड्डीशमय्यै |
28 | चर्यानाथमय्यै |
29 | लोपामुद्रमय्यै |
30 | अगस्त्यमय्यै |
31 | कालतापनमय्यै |
32 | धर्माचारमय्यै |
33 | मुक्तकेशीश्वरमय्यै |
34 | दीपकलानाथमय्यै |
35 | विष्णुदेवमय्यै |
36 | प्रभाकरदेवमय्यै |
37 | तेजोदेवमय्यै |
38 | मनोजदेवमय्यै |
39 | कल्याणदेवमय्यै |
40 | रत्नदेवमय्यै |
41 | वासुदेवमय्यै |
42 | श्रीरामानन्ददेवमय्यै |
43 | अणिमासिद्धये |
44 | लघिमासिद्धये |
45 | महिमासिद्धये |
46 | ईशित्वसिद्धये |
47 | वशित्वसिद्धये |
48 | प्राकाम्यसिद्धये |
49 | भुक्तिसिद्धये |
50 | इच्छसिद्धये |
51 | प्राप्तिसिद्धये |
52 | सर्वकामसिद्धये |
53 | ब्राह्म्यै |
54 | माहेश्वर्यै |
55 | कौमार्यै |
56 | वैष्णव्यै |
57 | वाराह्यै |
58 | माहेन्द्रियै |
59 | चामुण्डायै |
60 | महालक्ष्म्यै |
61 | सर्वसङ्क्षोभिण्यै |
62 | सर्वविद्राविण्यै |
63 | सर्वाकर्षिण्यै |
64 | सर्ववशङ्कर्यै |
65 | सर्वोन्मादिन्यै |
66 | सर्वमहाङ्कुशायै |
67 | सर्वकेचर्यै |
68 | सर्वबीजायै |
69 | सर्वयोनये |
70 | सर्वत्रिखण्डायै |
71 | त्रिलोक्यमोहन चक्रस्वामिन्यै |
72 | प्रकटयोगिन्यै |
73 | कामाकर्षण्यै |
74 | बुद्ध्याकर्षन्यै |
75 | अहङ्काराकर्षिन्यै |
76 | शब्दाकर्षिन्यै |
77 | स्पर्शाकर्षिन्यै |
78 | रुपाकर्षिन्यै |
79 | रसाकर्षिन्यै |
80 | गन्धाकर्षिन्यै |
81 | चित्ताकर्षिन्यै |
82 | धैर्याकर्षिन्यै |
83 | स्मृत्याकर्षिन्यै |
84 | नामाकर्षिन्यै |
85 | बीजाकर्षिन्यै |
86 | आत्माकर्षिन्यै |
87 | अमृताकर्षिन्यै |
88 | शरिराकर्षिन्यै |
89 | सर्वाशापरिपूरकर चक्रस्वामिन्यै |
90 | गुप्तयोगिन्यै |
91 | अनङ्गकुसुमायै |
92 | अनङ्गमेखलायै |
93 | अनङ्गमदनायै |
094 | अनङ्गमदनातुरायै |
95 | अनङ्गरेखायै |
96 | अनङ्गवेगिन्यै |
97 | अनङ्गाङ्कुशायै |
98 | अनङ्गमालिन्यै |
99 | सर्वसङ्क्षोभण चक्रस्वामिन्यै |
100 | गुप्ततरयोगिन्यै |
101 | सर्वसङ्क्षोभिण्यै |
102 | सर्वविद्राविन्यै |
103 | सर्वाकर्षिण्यै |
104 | सर्वाह्लादिन्यै |
105 | सर्वसम्मोहिन्यै |
106 | सर्वस्तम्भिन्यै |
107 | सर्वजृम्भिन्यै |
108 | सर्ववशङ्कर्यै |
109 | सर्वरञ्जिन्यै |
110 | सर्वोन्मादिन्यै |
111 | सर्वार्थसाधिन्यै |
112 | सर्वसम्पत्तिपूरण्यै |
113 | सर्वमन्त्रमय्यै |
114 | सर्वद्वन्द्वक्षयङ्कर्यै |
115 | सर्वसोभाग्यदायक चक्रस्वामिन्यै |
116 | सम्प्रदाययोगिन्यै |
117 | सर्वसिद्धिप्रदायै |
118 | सर्वसम्पद्प्रदायै |
119 | सर्वप्रियङ्कर्यै |
120 | सर्वमङ्गलकारिन्यै |
121 | सर्वकामप्रदार्यै |
122 | सर्वदुःखविमोचिन्यै |
123 | सर्वमृत्युप्रशमन्यै |
124 | सर्वविघ्ननिवारिण्यै |
125 | सर्वाङ्गसुन्दर्यै |
126 | सर्वसौभाग्यदायिन्यै |
127 | सवार्थसाधक चक्रस्वामिन्यै |
128 | कुलोत्तीर्णयोगिन्यै |
129 | सर्वज्ञायै |
130 | सर्वशक्त्तये |
131 | सर्वैश्वर्यप्रदायै |
132 | सर्वज्ञानमय्यै |
133 | सर्वव्याधिविनाशिन्यै |
134 | सर्वाधारस्वरूपायै |
135 | सर्वपापहरायै |
136 | सर्वानन्दमय्यै |
137 | सर्वाक्षारस्वरूपिण्यै |
138 | सर्वेप्सितफलप्रदायै |
139 | सर्वरक्षाकर चक्रस्वामिन्यै |
140 | निगर्भयोगिन्यै |
141 | वशिन्यै |
142 | कामेश्वर्यै |
143 | मोदिन्यै |
144 | विमलायै |
145 | अरुणायै |
146 | जयिन्यै |
147 | सर्वेश्वर्यै |
148 | कौलिन्यै |
149 | सर्वरोगहर चक्रस्वमिन्यै |
150 | रहस्ययोगिन्यै |
151 | बणिन्यै |
152 | चापिन्यै |
153 | पाशिन्यै |
154 | अङ्कुशिन्यै |
155 | महाकामेश्वर्यै |
156 | महावजेश्वर्यै |
157 | महाभगमालिन्यै |
158 | महाश्रीसुन्दर्यै |
159 | सर्वसिद्धिप्रद चक्रस्वामिन्यै |
160 | अतिरहस्ययोगिन्यै |
161 | श्री श्री महाभट्टरिकायै |
162 | सर्वानन्दमय चक्रस्वामिन्यै |
163 | परापररहस्ययोगिन्यै |
164 | त्रिपुरायै |
165 | त्रिपुरेश्यै |
166 | त्रिपुरसुन्दर्यै |
167 | त्रिपुरवासिन्यै |
168 | त्रिपुराश्रियै |
169 | त्रिपुरमालिन्यै |
170 | त्रिपुरासिद्धायै |
171 | त्रिपुराम्बायै |
172 | महात्रिपुरसुन्दर्यै |
173 | महामहेश्वर्यै |
174 | महामहाराज्ञ्यै |
175 | महामहाशक्तये |
176 | महामहागुप्तायै |
177 | महामहाज्ञप्तये |
178 | महामहानन्दायै |
179 | महामहास्पन्दायै |
180 | महामहाशयायै |
181 | महामहा श्रीचक्रनगर सम्राज्ञ्यै |
182 | नमस्ते नमस्ते नमस्ते स्वाहा |
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