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Kaveri Ashtakam Lyrics in Hindi | कावेर्यष्टकम्

कावेर्यष्टकम् Lyrics in Hindi:

मरुद्वृधे मान्यजलप्रवाहे
कवेरकन्ये नमतां शरण्ये ।
मान्ये विधेर्मानसपुत्रि सौम्ये
कावेरि कावेरि मम प्रसीद ॥ १॥

देवेशवन्द्ये विमले नदीशि
परात्परे पावनि नित्यपूर्णे ।
समस्तलोकोत्तमतीर्थपादे
कावेरि कावेरि मम प्रसीद ॥ २॥

वेदानुवेद्ये विमलप्रवाहे
विशुद्धयोगीन्द्रनिवासयोग्ये ।
रङ्गेशभोगायतनात्तपारे
कावेरि कावेरि मम प्रसीद ॥ ३॥

भक्तानुकम्पे ह्यतिभाग्यलब्धे
नित्ये जगन्मङ्गलदानशीले ।
निरञ्जने दक्षिणदेशगङ्गे
कावेरि कावेरि मम प्रसीद ॥ ४॥

कलिप्रमादाखिलदोषनाशे
कारुण्यपूर्णे कमलायताक्षे ।
कदम्बकल्हारसुगन्धिपूरे
कावेरि कावेरि मम प्रसीद ॥ ५॥

अनन्तदिव्यामलमोक्षदात्रि
दुरन्तसंसारविमोचनाङ्घ्र्ये
सह्याचलोत्पन्नविश्वस्वरूपे
कावेरि कावेरि मम प्रसीद ॥ ६॥

देवालयापूरितदिव्यतीरे
समस्तलोकोत्तमतीर्थमूर्धे
काश्मीरभूःकल्पितचोलदेशे
कावेरि कावेरि मम प्रसीद ॥ ७॥

प्रसीद कल्याणगुणाभिरामे
प्रसीद कावेरि मम प्रसीद
प्रसीद कामादिहरे पवित्रे
कावेरि कावेरि मम प्रसीद ॥ ८॥

काकारो कल्मषं हन्ति
वेकारो वाञ्छितप्रदः
रीकारो मोक्षदो नॄणां
कावेरीत्युच्यते बुधैः ॥ ९॥

॥ इति कावेर्यष्टकं सम्पूर्णम् ॥

Kaveri Ashtakam Lyrics in Hindi | कावेर्यष्टकम्

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